भारतीय संस्कृति बहुत वृहद है जीने के लिए इसमें सामंजस्य जरूरी – अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक
बाड़मेर 6 जनवरी । राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम के तत्वावधान में शनिवार को स्थानीय कैलाश इंटरनेशनल होटल में भारतीय साहित्य संस्कृति और मीडिया विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई ।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार अनिल सक्सेना ने कहा कि साहित्य और संस्कति के बिना पत्रकारिता अधूरी है । उन्होंने कहा कि जिस तरह से समाज की दूसरी संस्थाओं में परिवर्तन आया है उसी तरह साहित्य, संस्कृति और मीडिया में भी परिवर्तन आया है।
समारोह में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए एएसपी सत्येंद्रपाल सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति बहुत वृहद और प्राचीन है। सिंधु घाटी सभ्यता और हड़प्पा सभ्यता हमारी संस्कृति के महत्वपूर्ण घटक है । वर्तमान समय में मीडिया की बात करें तो मीडिया इस परिपेक्ष में बहुत नया है , बदलते समय में व्यक्ति को जीवन में सफल होने के लिए व्यवहारिकता और परिवर्तन बहुत ही आवश्यक है । जीवन में समन्वय नहीं होगा तो जीवीकोपार्जन में भी कठिनाई आएगी । उन्होंने कहा कि बाड़मेर में इस तरह की परिचर्चाओं में बुद्धिजीवियों को सम्मिलित करने से समाज को एक नई दिशा मिलेगी ।
इससे पूर्व मंचासीन अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । मंचासीन अतिथियों का शहर के गणमान्य नागरिकों द्वारा माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया । स्वागत उद्बोधन में वरिष्ठ पत्रकार दुर्गसिंह राजपुरोहित ने कहा कि राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम का गठन 2010 में हुआ था । उसके बाद निरंतर इस संस्थान ने सामाजिक सरोकारों के तहत साहित्यकारों कलाकारों और मीडिया के विभिन्न घटकों के बीच संबंध स्थापित करने का सराहनीय कार्य किया है। राजपुरोहित ने कहा कि 2022 के बाद से अब यह फोरम प्रत्येक विधानसभा में बुद्धिजीवियों से रूबरू होता है । यह संस्था एक मिशन के रूप में कार्य करता है और इस मिशन का मुख्य उद्देश्य समाज के मुख्य स्तंभों में सामंजस्य स्थापित करना है।
परिचर्चा को आगे बढ़ाते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉक्टर बीडी तातेड़ ने कहा कि हम लोग इन साहित्य संस्कृति और पत्रकारिता को कैसे जिंदा रखते हैं और आने वाली पीढ़ी को कैसे हस्तांतरित कर सकते हैं इस मुद्दे पर बात होनी चाहिए। साहित्यकार वह है जो सत्ता की व्यवस्था के विरुद्ध आवाज उठाता है और यही सरोकार पत्रकार का भी होना चाहिए । डॉक्टर तातेड़ ने कहा की संस्कृति अर्थात संस्कार हमें पीढ़ी दर पीढ़ी प्राप्त हो रहे हैं जिनका अब धीरे-धीरे हास हो रहा है। लॉर्ड मैकाले ने भारतीय शिक्षा और संस्कृति को बहुत क्षति पहुंचाई है । हमारी प्राचीन संस्कृति में हमारे गुरुओं ने हमें अस्त्र और शास्त्र दोनों की शिक्षा दी है । आधुनिक युग में यह शस्त्र अब तकनीकी कौशल है जिसकी सहायता से हम जमाने में आगे बढ़ सकते हैं । परिचर्चा के अगले चरण में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ आदर्श किशोर ने कहा कि संस्कृति जीवंत है और हमारी संस्कृति में धैर्य एक मुख्य घटक है । हमारे मूल्यों को महत्व देना ही हमारा संस्कार है। समय के साथ चलते-चलते हमें मूल्यों को कभी नहीं छोड़ना चाहिए ।
वरिष्ठ पत्रकार धर्मसिंह भाटी ने कहा कि पत्रकारिता समाज में एक अपना अलग महत्व रखता है । पत्रकार और राजनीति की स्थिति समाज में गंभीरता से ली जाती थी जो अब नहीं है । वर्तमान में हर व्यक्ति अपने आप में एक पत्रकार है सबके पास मोबाइल फोन है और इसका दुष्परिणाम हम सब देख रहे हैं । वर्तमान का दौर संक्रमण का दौर है इससे बाहर निकालने की जरूरत है।
संस्कृति कर्मी ओम जोशी ने परिचर्चा को आगे बढाते हुए कहा कि वर्तमान समय में साहित्य संस्कृति और पत्रकारिता में तकनीक का सदुपयोग हो तब तक ठीक है । तकनीक इन तीनों घटकों पर हावी हो रही है इससे मानव जाति की निजता पर खतरा है । उन्होंने कहा कि साहित्य पत्रकारिता और संस्कृति के लोग सच बोलने से डरें नहीं । बुराइयों और झूठ की आलोचना करना इन तीनों वर्गों का प्रमुख नैतिक उत्तरदायित्व होना चाहिए । समय के साथ हम हर विषय पर हां में हां मिला लेते हैं यह समाज के लिए बहुत घातक है । जोशी ने प्रेमचंद मोहन राकेश और धर्मवीर भारती की कलाकृतियों का उदाहरण देते हुए कहा कि यह कलाकृतियां इसलिए आज भी पढ़ी जाती है क्योंकि इनमें यथार्थवादिता थी ।नरसिंह जी नगर ने कविता सुनाते हुए कहा कि सत्य बोलना लोगों ने बंद कर दिया है । वाह वाही और अर्थ वृद्धि को स्वीकार कर लिया है इसका दुष्परिणाम सामने आने लग गया है। पत्रकार अक्षयदान बारहठ ने कहा कि पत्रकारिता में सच लिखकर लोगों के सामने लाना हमारा प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए । झूठ और वाह वाही के लालच में आकर हम अपनी कलम को सिद्ध करने की कोशिश करते हैं यह बहुत गलत है। युवा पत्रकार सुरेश जाटोल ने कहा कि कई पत्रकार विपरीत परस्थितियों में भी अपने करियर को दांव पर रखकर सच को सामने लाते है। इके दूके पत्रकार यदि गलत होते है तो सबको दोष देना अनुचित है।
इस अवसर पर राजस्थान साहित्य अकादमी के सहयोग से प्रकाशित अनिल सक्सेना के कहानी संग्रह आख्यायिका का विमोचन मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया । परिचर्चा के अंत में प्रवीण बोथरा द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया । इस अवसर पर कवि गौतम चमन, गुलाम मोहम्मद नेगरडा, टीम बाड़मेर के अध्यक्ष सुरेश जाटोल, पत्रकार तनेराज सिंह, थार मुस्लिम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी के संयोजक अबरार मोहम्मद, डॉ गोरधन सिंह जहरीला, हारून भाई कोटवाल, व्याख्याता अनीस अहमद, टीम बाड़मेर के सहमंत्री अजयनाथ गोस्वामी, कमल किशोर सिंघल दीपसिंह भाटी, रफीक मोहम्मद कोटवाल, टीपू सुलतान, श्रवण जाटोल सहित अनेक साहित्यकार पत्रकार और संस्कृतिकर्मी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन टीम बाड़मेर के हरीश जांगिड़ ने किया ।
शाश्वत सक्सेना प्रदेश महासचिव राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम 9799535670
रिफाइनरी से 107 किलो तांबा और 438 किलो लोहा चोरी, बस में भरकर ले गए स्क्रैप
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पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से गहनता से पूछताछ करने में जुटी हुई है। आरोपियों से 107 किलो तांबे का तार व 438 किलो लोहे के स्क्रेप बरामद कर स्क्रेप परिवहन में प्रयुक्त एक बस को भी जब्त किया है।
रिफाइनरी में स्क्रेप चोरी का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार
आरोपियों से एक बस व बड़ी मात्रा में लोहे व तांबे का स्क्रेप हुआ बरामद
पचपदरा थाना पुलिस ने शुक्रवार को रिफाइनरी से लोहे व तांबे का स्क्रेप चुरा बस से बाहर लाने के मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से गहनता से पूछताछ करने में जुटी हुई है। आरोपियों से 107 किलो तांबे का तार व 438 किलो लोहे के स्क्रेप बरामद कर स्क्रेप परिवहन में प्रयुक्त एक बस को भी जब्त किया है।
पुलिस अधीक्षक अभिजीतसिंह ने बताया कि पचपदरा थाने में 26 फरवरी को मगसिह पुत्र रणछोडसिह जाति राजपूत निवासी हनवंत नगर शेरगढ हाल आर एस सेक्युरिटी रिफाइनरी पचपदरा ने मामला दर्ज करवाया कि निर्माणाधीन एचआरआरएल रिफाईनरी प्रोजेक्ट में निर्माण के दौरान उपयोग ली जाने वाली तांबें की तार तथा लोहे के स्क्रेप की चोर चोरी कर ले गए। चोरी घटना को गंभीरता से लेते हुए निर्माणाधीन एचआरआरएल रिफाईनरी प्रोजेक्ट में तांबें की तार तथा लोहे के स्क्रेप चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने को लेकर एएसपी सुभाषचन्द्र खोजा व डीएसपी पचपदरा भूपेन्द्र चौधरी के सुपरविजन में पचपदरा सीआई अमराराम के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।
स्क्रेप चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार
टीम ने मुखबिरी तंत्र की मदद से तीन शातिर चोरों को दस्तयाब कर पूछताछ की तो उन्होंने रिफाइनरी में लोहे व तांबे के स्क्रेप चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। जिस पर बाड़मेर के भाडखा निवासी जेठाराम पुत्र मोटाराम, आदर्श चवा बाड़मेर निवासी कैलाश कुमार पुत्र ठाकराराम व रूगाराम पुत्र कृपाराम जाट को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 107 किलो तांबे का तार व 438 किलो लोहे के स्क्रेप बरामद कर स्क्रेप परिवहन में प्रयुक्त एक बस को भी जब्त किया गया।
बाड़मेर। आगामी लोकसभा चुनाव अब बस कुछ ही महीने दूर हैं। बीजेपी समेत प्रमुख पार्टियां उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने में जुटी हैं। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी किसी भी वक्त राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकती है। चर्चा है कि करीब 9-11 मौजूदा सांसदों के टिकट कट सकते हैं।
इस बीच राजस्थान से सांसद और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा, ‘हो सकता है कि मैं आने-जाने से चूक रहा हूं, लेकिन लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में मेरी गलती की सजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को न दें। देश को ऐसा नेतृत्व दोबारा कभी नहीं मिलेगा।” केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी (Union Minister Kailash Chaudhary) बाड़मेर से बीजेपी सांसद हैं।
इन लोकसभा सीटों पर बदले जा सकते हैं चेहरे
राजस्थान की 11 लोकसभा सीटों पर इस बार चेहरे बदले जा सकते हैं। राजसमंद सांसद रहीं दीया कुमारी, जयपुर ग्रामीण सांसद रहे कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और अलवर सांसद रहे बाबा बालकनाथ विधायक बन चुके हैं। ऐसे में राजसमंद, जयपुर ग्रामीण और अलवर लोकसभा सीट पर नए उम्मीदवार खड़े किए जाएंगे।
इसके अलावा 3 सीटों के सांसद राजस्थान विधानसभा चुनाव हार गए थे। इस कारण जालोर-सिरोही से देवजी पटेल, अजमेर से भागीरथ चौधरी और झुंझुनूं से नरेंद्र कुमार खींचड़ को फिर से टिकट मिलने पर संशय है। साथ ही उदयपुर से अर्जुन लाल मीणा, भरतपुर से रंजीता कोली, बांसवाड़ा-डूंगरपुर से कनकमल कटारा, दौसा से सांसद जसकौर मीणा और टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा सीट से सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया की जगह किसी और को मौका दिया जा सकता है।
बीजेपी CEC बैठक में हुआ 155 लोकसभा सीटों पर मंथन
गौरतलब है कि दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में गुरुवार देर रात प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक हुई। जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ सहित डेढ़ दर्जन से ज्यादा राज्यों की 155 सीटों पर मंथन हुआ। करीब चार घंटे तक चली मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री सहित शीर्ष नेता मौजूद रहे। सीईसी मीटिंग से पहले प्रधानमंत्री निवास पर 6 घंटे तक चली बैठक में 21 राज्यों की 300 सीटों पर उम्मीदवारों का पैनल तैयार किया गया।
BITS Pilani student Suicide: बिट्स पिलानी की स्टूडेंट ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में भाई को लिखा- मम्मी का ध्यान रखना
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BITS Pilani student Suicide: बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS) पिलानी की एक छात्रा ने सुसाइड कर लिया है. छात्रा हरियाणा के जींद की रहने वाली थी. वो यहां पीएचडी कर रही थी. पुलिस मामले की छानबीन में लगी है.
BITS Pilani student Suicide: शुक्रवार शाम राजस्थान के झुंझनूं जिले में स्थित देश के प्रतिष्ठित संस्थान बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS) पिलानी से एक छात्रा के सुसाइड करने की खबर सामने आई. मिली जानकारी के अनुसार छात्रा ने बिट्स कैंपस के ही एक हॉस्टल में अपने कमरे में दुपट्टे से फंदा लगा कर सुसाइड कर लिया. मौके से पुलिस ने दो लाइन का सुसाइड नोट भी बरामद किया है. जिसमें आत्महत्या करने वाली छात्रा ने अपने भाई को मां का ध्यान रखने के बारे में लिखा है.
सुसाइड के लिए किसी को नहीं ठहराया जिम्मेदार
सुसाइड नोट में मृतका ने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है. भाई को लिखा है कि मम्मी का ध्यान रखना. सीआई नारायण सिंह ने बताया कि बिट्स प्रशासन की ओर पुलिस को सूचना मिली थी कि बिट्स में केमेस्ट्री पीएचडी की सेकेंड ईयर की छात्रा ने सुसाइड कर लिया है. सुसाइड करने वाली छात्रा की पहचान जींद हरियाणा निवासी 25 वर्षीया दीक्षा रोहिला के रूप में हुई.
दुपट्टे का फंदा लगाकर किया सुसाइड
दीक्षा ने अपने कमरे में दुपट्टे का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया है. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बिरला सार्वजनिक अस्पताल की मोर्चरी में लाया गया. जहां पर परिजनों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपा गया.
केमिस्ट्री पीएचडी सेकेंड ईयर की छात्रा थी दीक्षा
पुलिस ने बताया कि मौके पर एक सुसाइड नोट मिला है. जिसमें छोटे भाई को लिखा है कि मम्मी का ध्यान रखना और मेरी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है. छात्रा ने सुसाइड क्यों किया… यह अभी जांच का विषय है. यह जानकारी सामने आई कि दीक्षा केमिस्ट्री पीएचडी सेकेंड ईयर की छात्रा थी. दीक्षा ऑर्गेनिक सिंथेसिस विषय में डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन में पीएचडी कर रही थी. वह कैंपस के बुद्ध भवन में वह रहती थी. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.